स्क्लेरोडर्मा एक प्रकार की दुर्लभ बीमारी होती है. इसमें व्यक्ति की त्वचा सख्त होने लगती है. दरअसल, स्क्लेरोडर्मा एक प्रकार का ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है. इस स्थिति में व्यक्ति का इम्यून सिस्टम गलती से शरीर के स्वस्थ ऊतकों पर हमला करने लगता है और उन्हें नुकसान पहुंचाने लगता है. यह रोग अक्सर 30 से 50 वर्ष की आयु के लोगों को प्रभावित करता है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं को स्क्लेरोडर्मा होने का जोखिम होता है. इसे लाइलाज बीमारी माना गया है, लेकिन आयुर्वेद में कुछ दवाओं के जरिए इसका इलाज संभव माना गया है. कुछ वैज्ञानिक शोधों में इसकी पुष्टि की गई है.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि स्क्लेरोडर्मा के लिए आयुर्वेदिक इलाज क्या है –
(और पढ़ें – स्क्लेरोडर्मा का घरेलू इलाज)
External Content
Sponsored: